🌷 सुकून उतना ही देना
प्रभु जितने से जिंदगी चल जाए,
🌷औकात बस इतनी देना कि
औरों का भला हो जाए,
🌷 रिश्तो में गहराई इतनी हो कि
प्यार से निभ जाए,
🌷 आँखों में शर्म इतनी देना कि
बुजुर्गों का मान रख पायें,
🌷साँसे पिंजर में इतनी हों कि
बस नेक काम कर जाएँ,
बाकी उम्र ले लेना कि
औरों पर बोझ न बन जाएँ .
🙏🌹 शिवोsहम🌹🙏
🌹ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः🌹
: 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
तुम मेरे राम का सम्मान करो मैं तुम्हारे अल्लाह का करने लग जाऊँगा ।तुम वन्दे मातरम् बोलो मैं ईद मुबारक कहने लग जाऊँगा ।तुम माँ मानो और मत काटो मेरी गौ माता को ।माँ की सौगंध मैं तुमको भाई कहने लग जाउंगा ।।और तब तक कोई उम्मीद मत रखना मुझसे भाई चारे की ?नाम का "मानव" हूँ अपने पर आया तो दानव बन जाउंगा ।।
🚩🚩!! वन्दे मातरम् !!🚩🚩
तुलसीदास जी से किसी ने पूछा कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता फिर भी नाम जपने के लिये बैठ जाते है क्या उसका भी कोई फल मिलता है ?
तुलसी दास जी ने मुस्करा कर कहा-
"तुलसी मेरे राम को
रीझ भजो या खीज ।
भौम पड़ा जामे सभी
उल्टा सीधा बीज ।।
अर्थात्
भूमि में जब बीज बोये जाते
है तो यह नहीं देखा जाता कि बीज
उल्टे पड़े है या सीधे पर फिर भी
कालांतर में फसल बन जाती है
इसी प्रकार नाम सुमिरन कैसे भी
किया जाये उसके जपने का फल
अवश्य ही मिला करता है !
🙏🙏
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